अयुर्वेद मे heart blockage का इलाज- जानिए 7 जबरजस्त जड़ी- बूटियों के बारे में

आज कल जीवन शैली इतनी खराब हो चुकी है कि लोग उठते ही सबसे पहले अपने मोबाइल को चैक करते है|और विस्तर पर ही reel, whatsApp, Insta, Facebook देखने मे लग जाते है|जबकि यह समय योगा, प्रणायाम और व्यायाम का होता है|जिससे हम healdy life जी सके|आज कल लोगों ने मानसिक तनाव ज्यादा लेना शुरू कर दिया है|कभी बिजनेस को लेकर तो कभी रिश्तों को लेकर ज्यादा मानसिक तनाव नहीं लेना चाहिए|और खाने मे आज pizza, burgur, चाउमीन इत्यादि के ज्यादा सेवन से लोगों ने अपनी health खराब कर रखी है|मोटापा बड़ता रहता है और लोग pizza, burgur खाते रहते है|जबकि इनमे bad कॉलेस्ट्रोल होता है जो हमारे शरीर को नुकसान पहुँचता है|

अयुर्वेद मे heart blockage का इलाज

Heart blockage क्या होता है|

Heart blockage तब होता जबहमारे heart की धमनियों मे वसा और कोलेस्ट्रॉल जमा हो जाता है|जिससे धमनियों रक्त बैहना बंद हो जाता है|जिससे हृदय के विधुत संकेतों मे अनियामित परिवर्तन आ जाते है|heart ब्लॉक होने व्यक्ति को तेज पसीना , मतली, सीने तेज दर्द होना आदि|

अर्जुन की छाल 

हृदय रोग मे अर्जुन की छाल का प्रयोग सदियों से किया जा रहा है| इसके बारे मे हमारे भारत मे हमेशा शोध होता रहा है|अर्जुन की छाल 
हृदय के लिए एक बरदान है| इसका नियमित सेवन करने से हृदय रोगियों को आवशय ही लाभ मिलता है| 
•   अर्जुन की छाल का उपयोग काड़ा बनाकर या पाउडर के रूप मे दूध या गुनगुने पानी के साथ कर सकते है|               •   अर्जुन की छाल शरीर व heart की नसों जमा             कॉलेस्ट्रोल को कम करती है|                               
•   अर्जुन की  छाल रक्त संचार को सुचारु रूप से चलाने मे मदद करती है|
•   अर्जुन की छाल का प्रयोग Dr. की सलाह के अनुसार ही करना चाहिए |

गुग्गुल

गुग्गुल गोंद की तरह होता है| जिसकी तासीर गर्म होती है| और स्वाद मे कड़वा होता है| गुग्गुल मे एक सक्रिय यौगिक गुग्गुलस्टोन होता है जो खराब कॉलेस्ट्रोल को कम करता है और अच्छे कॉलेस्ट्रोल को बड़ाने मे मदद करता है|
यह हृदय को स्वस्थ रखने और धमनियों मे रक्त की रुकावट को कम करता है|
यह हृदय आघातों को कम करने मे मदद करता है|
 

अश्वगंधा

अश्वगंधा का प्रयोग भारत की आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति मे सदियों से किया जा रहा है| अश्वगंधा एक सदाबहार झाड़ी है|इसमें अश्व की लीद की तरह गंध आती है| इसे इंडियन जिन्सेंग के नाम से भी जाना जाता है| अश्वगंधा औषधीय गुडों से भरपूर होता है| वैसे अश्वगंधा का प्रयोग अनेक रोगों मे किया जाता है| लेकिन आज हम इसका उपयोग heart की समस्याओं को दूर करने की विधि बतायेंगे|
•  अश्वगंधा शरीर मे कर्टिसोल के स्तर को कम करता है| जिससे high blood pressure को कम करने मे मदद मिलती है| 
•  अश्वगंधा का तासीर गर्म होती है| इसलिए इसका प्रयोग ज्यादा दिनों तक नहीं करना चाहिए| या doctor के परामर्श के अनुसार ही करना चाहिए|

संख्पुष्पी 

संख्पुष्पी कड़वा और ठंडे तासीर का होता है| इसे छीरपुस्प, मंगलप् कुसुमा भी कहते हैं| संख्पुष्पी एंटीऑक्साइडेंट गुड़ों के कारण हृदय को स्वस्थ रखने मे महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है|
•  संख्पुष्पी हृदय मस्पेसियों को मजबूत करती है और हृदय प्रभाह को सुधारती है|
•  यह वसा को जमा नहीं होने देती और कॉलेस्ट्रोल लेवल के स्तर को control करने मे मदद करती है|
•  संख्पुष्पी का use दूध मे मिलकर कर सकते है|

त्रिफला

त्रिफला  3 फलों का मिश्रण होता है| जिसमें हरड, बहेड़ा, और आँवला शामिल है| त्रिफला का आयुर्वेदिक उपचारउपचार जो कई बीमारियों मे use किया जाता है| त्रिफला विषहरड गुडों के कारण शरीर की आंतरिक सफाई के लिए फायदेमंद हो सकता है|इसके एंटीओक्सिडेंट गुड़ों के कारण यह कुछ हृदय रोगों मे भी सुरक्षा प्रदान करता है| 
•  त्रिफला का प्रयोग रात को सोने से पहले दूध के साथ करना चाहि 
     

लहसुन

लहसुन मे अलिसिन नामक यौगिक पाया जाता है|जो bad colestrol की मात्रा को बड़ने से रोकता है|लहसुन मे विशिष्ट एंटीबायोटिक गुड़ पाये जाते है|लहसुन के नियमित सेवन से व्यक्ति के शरीर मे खून के थक्के नहीं जमते|लहसुन colestrol और blood pressure को controle रखते हुए heart की बीमारी से वचाब करने मे मदद कर सकता है|
•  लहसुन का सेवन सुबह खाली पेट एक गिलास पानी के साथ कर सकते है|

अदरक

अदरक जिंजीबरेसी कुल का पौधा है|यह स्वाद मे तीखा होता है| इसमें कैलाशियम आयरन, जिंक, कोपर, मग्नीज vitamin-C जैसे आवश्यक पोषिक तत्व भी पाये जाते है|अदरक मे एंटीओक्सिडेंट और एंटी-इन्फ्लेमेट्री गुड़ होते है अदरक धमनियों को साफ रखता है जिससे रक्त संचार मे वृद्धि होती है|
•  अदरक का सेवन जूस निकालकर या चबा कर कर सकते है|

व्यायाम

एक अच्छी जीवन शैली जीने के लिए व्यायाम करना बहुत आवश्यक है|नियमित रूप से व्यायाम करने से हमारी स्वस्थ रहती है|और रोग प्रतिरोधक छमता बड़ती है|हार्ट के लिए कुछ जरूरी योगा और आसनआसन और व्यायाम|
•  तेज चलना
•  साईकिल चलाना
•  अनुलोम विलोम
•  वीरभद्रासन
•  ताडासन
•  हस्तपदासन आदि

Conclsion


आयुर्वेद मे हार्ट blockage का इलाज सुरक्षित और प्रभावी तरीके से हो सकता है|जरूरी नही है कि आयुर्वेदिक औषधियाँ हार्ट ब्लॉक होने पर ही ले अपितु समय- समय पर इनके सेवन से heart blockage से पहले ही बचा ja सकता है|इसे इलाज के रूप मे नहीं बल्कि एक अवस्थ जीवन शैली के रूप मे लें|अच्छी healthy diet ले|नियमित रूप से व्यायाम करें|ये सभी तरीके अपना कर आपके जीवन मे महत्वपूर्ण  बदलाव हो सकता है और ये वदलाव आपके लिए वरदान सावित हो सकते है|

FAQ

Q.  हार्ट ब्लॉकेज कैसे होता है|
Ans. Heart की धमनियों में अत्यधिक वसा और cholestrol जमा होने से हार्ट मे blockage आ जाती है|

Q.  हार्ट ब्लॉकेज खोलने के लिए क्या खाएं|
Ans.  वसा रहित food, आयुर्वेदिक औषधि dr. के परामर्श के अनुसार|

Q.  हार्ट के मरीज को क्या नहीं खाना चाहिए|
Ans.  ज्यादा फैट वाले पदार्थ नहीं खाने चाइये|

Q.  अर्जुन का छाल किस बीमारी में काम आता है|
Ans. हृदय की बीमारी में |

Q.  अर्जुन की छाल कैसे लेनी चाहिए|
Ans.  पानी में उबालकर काढ़ा बना ले और उसका सेवन नियमित रूप से करें|

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