Ashwagandha के 7 लाजबाव फायदे

  आपकी ऑक्सीजन कैपेबिलिटी होती है बॉडी की स्ट्रेस एंजायटी या आपके गंदे लाइफस्टाइल की वजह से कम हो रहा है तो अश्वगंधा इसको भी बढ़ाने में बहुत मदद करता है आज मैं आपको बताऊंगा कि अश्वगंधा क्या है और अश्वगंधा कैसे काम करता है इसके साइड इफेक्ट क्या हो सकते हैं|


अश्वगंधा क्या है 

 एंजायटी डिप्रैशन यानी कि मेंटल रिजॉर्ट दूसरी बीमारियां पैदा करती है  मदर ऑफ़ डिजीज इस यानी कि वह बीमारी जो दूसरी सैकड़ो बीमारियों को अपने अंदर खींच कर ले आते हैं कितना अच्छा कोई तरीका हमारे पास ऐसा हो जाए कि हम नेचरली इसको ठीक कर सके और इसको कंट्रोल कर सके और अपने आने वाले कल को ज्यादा बेहतर बना सके मैं आज आपके साथ बात करने वाला हूं जिसका नाम अश्वगंधा है| अश्वगंधा आज मेरा टॉपिक आपके साथ अश्वगंधा है कि अश्वगंधा के कौन-कौन से फायदे हैं लेकिन मॉडर्न रिसर्च में भी जिसको साबित किया है|

 अश्वगंधा कैसे काम करता है उसके कौन से प्रूवन फायदे हैं और इसकी दोष क्या हो सकती है इसके साइड इफेक्ट्स क्या हो सकते हैं किन को लेना है किन को नहीं लेना है| कहीं मुझसे गलती हो जाए तो उसको माफ कर दीजिए मैं भी आपकी की तरह एक इंसान हूं लिखने में गलती हो सकती है इससे पहले मैं आपको बताऊंगा कि अश्वगंधा बेसिकली क्या है अश्वगंधा एक बूटी है एक प्लांट ही है उसकी जड़ का इस्तेमाल किया जाता है |नाम इसका अश्वगंधा हिंदी जानने वाले अच्छी तरह समझते हैं| इस बूटी के अंदर से ऐसी स्मेल आती जैसे घोड़े के अंदर से आती है कभी घोड़े को स्टेबल में जाकर देखेंगे तो आपको पता लगेगा वहां से जो स्मेल आती है इस तरह की स्मेल इस अश्वगंधा इस बूटी की जड़ के अंदर होती है|

एंजायटी और स्ट्रेस 

सबसे ज्यादा रिसर्च हुई है इस पर  वह है मेंटल स्ट्रेस एंजायटी डिप्रैशन  शिजोफ्रेनिया जैसी बीमारियां यानी हमारी साइकोलॉजिकल जो डिसऑर्डर्स हुआ करते हैं इस जमाने में उसमें इसका रिजल्ट और इसका काम सबसे अच्छा पाया गया है| कि डिप्रैशन एंजायटी जैसी बीमारियों में स्ट्रेस जैसी बीमारियों में हमारे यहां जो दवाइयां इस्तेमाल होती है आमतौर से लोगों की वह एलोपैथिक मेडिसिन रहती है |उनमें जो दवाइयां इस्तेमाल की जाती है उन दवाइयां के असर हमारे ब्रेन पर और बॉडी पर बहुत खतरनाक आते हैं | वह कुछ वक्त के लिए आपको फायदा कर सकती हैं लेकिन इसके साइड इफेक्ट्स होते हैं तो बताइए कि एक बीमारी खत्म करने के चक्कर में सैकड़ो से बीमारियां उन्हें दवाइयां से बुला लेते हैं |तो अगर हमारे पास कोई ऑप्शन ऐसा आ जाए कि जो उतना खतरनाक ना हो सिर्फ और इस्तेमाल किया जा सके तो कितना अच्छा हो अश्वगंधा वही आंसर है कि अश्वगंधा एक पावरफुल एंटी स्ट्रेस एजेंट बन सकता है| यानी कीआपके एक पावरफुल एंटी स्ट्रेस एजेंट बन सकता है यानी कि आपके शरीर के अंदर कॉर्टिसोल लेवल को यह कम करता है कॉर्टिसोल क्या होता है|कार्टिसोल  आपके शरीर का वह हार्मोन है जो आपके साथ बड़ी गुंडागर्दी करता है बड़ी बदमाशी करता है |यह आपकी बॉडी को फाइटिंग फ्लाइट मेकैनिज्म करता है मतलब कि आपकी बॉडी हमेशा अलर्ट रहती है आपका ब्रेन चलता रहता है आप सोचते रहते हैं आपकी हार्टबीट तेज रहती है |आप कंट्रोल्ड नहीं होते आप मैनेज नहीं होते आप फोकस नहीं होते और यही से जन्म लेती है|दूसरी बीमारियां और वह  बीमारी है लीवर की बीमारी हो मसल्स जॉइंट्स की बीमारी हो हमारे और शरीर के दूसरे अंगों की बीमारियों जन्म यहीं से लेती है| तो अश्वगंधा इस स्ट्रेस को रिड्यूस करने में  करने में बहुत पावरफुल साबित होता है| इसके बाद इसका दूसरा बहुत इंपॉर्टेंट रोल है एथलीट परफॉर्मेंस को इंक्रीज करना जो लोग जिम जाते हैंसबको करनी चाहिए कुछ लोग ऐसे भी होते हैं| कि जो एक्सरसाइज इस वजह से नहीं कर पाए कि शरीर में कोई बीमारी तो नहीं है| लेकिन वह एक्सरसाइज को टॉलरेट नहीं कर पाए उनका जल्दी थकान हो जाती है वह जल्दी से टूट जाते हैं वह थोड़ा सा काम करके बैठ जाते हैं ऐसे लोगों में अश्वगंधा फायदा कर सकता है|

ऑक्सीजन लेवल कंट्रोल 

आपकी ऑक्सीजन कैपेबिलिटी होती है ऐसे लोगों में अश्वगंधा फायदा कर सकता है एबिलिटी होती है बॉडी की उसको इंक्रीज करता है|यानी कि आपका ब्रेन आपकी बॉडी आपका हाथ ज्यादा ऑक्सीजन को उसे कर पता है अश्वगंधा लेने के बाद इससे आपकी परफॉर्मेंस इंक्रीज होती है| एनर्जी लेवल बूस्ट होता है कितना बड़ा फायदा हुआ इफेक्ट आता है बॉडी पर वह होता है |कि यह आपके हार्ट की बीमारियों को भी कंट्रोल करता है देखिए एक बात याद रखिए स्ट्रेस को कम करेंगे एंजायटी को कम करेंगे वर्कलोड को काम करेंगे वह हार्ड लोड को भी कम करें फोर्सफुल कांट्रैक्शंस की वजह से ज्यादा पंपिंग एक्शन की वजह से जिसकी वजह से हार्ड के अंदर स्टॉप क्लॉथस बनने के चांसेस होते हैं | किसी बीमारियों के चांसेस होते हैं अश्वगंधा उसको रिड्यूस का फायदा होता है|

टेस्टोस्टेरोन 

 अगर आपका टेस्टोस्टेरोन आपके टेस्टिस एंजायटी या आपके गंदे लाइफस्टाइल बीमारियों के चांसेस होते हैं अश्वगंधा उसको रिड्यूस करता है| अगर आपका टेस्टिस  आपके स्ट्रेस एंजायटी या आपके गंदे लाइफस्टाइल की वजह से कम हो रहा है तो अश्वगंधा इसको भी बढ़ाने में बहुत मदद करता है| और मर्दों के लिए कितनी पावरफुल चीज है यह आपको अच्छी तरह से पता है यह आपके बाप बनने की ताकत से लेकर बेहतरीन बेड पार्टनर बनने तक मदद करता है यानी के  अश्वगंधा एक अच्छा आंसर हो सकता है कोई हार्मोनल डिसऑर्डर्स है कुछ और प्रॉब्लम है|तो अश्वगंधा का रोल नहीं रहेगा |

शुगर 

 ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को काम करता है और शुगर लेवल जो ब्लड के अंदर बड़ा चल रहा होता है उसको भी कंट्रोल करने में मदद करता है हमने देखा है कि बहुत सारे हमारे यहां जो डायबिटिक फिजिशियन है वह अश्वगंधा को प्रिसक्राइब करते हैं अपनी दवाइयां के साथ कंट्रोल तू ही एक इंपॉर्टेंट बात है अपनी और डायबिटीज सप्लीमेंट का जब मैं कोई वीडियो करता तो वहां बताया करता हूं|

Heart attack 

स्ट्रास और एंजायटी दो सगी बहनें हैं तरह से लगा लीजिए हार्ट अटैक आने के पीछे बहुत बड़ा रीजन है कि खून की नदियों के अंदर सूजन आ जाती है सिर्फ कोलेस्ट्रॉल को ब्लेम नहीं किया जा सकता है आप अल्कोहल स्मोकिंग जैसी चीजों के अंदर इनफॉरमेशन शुरू हो जाती है एजेंट की तरह भी काम करता है और मैं इसके साथ-साथ यह भी बात कर चलूं कि मैं यह कोई ओवर क्लेम नहीं कर रहा हूं मैं बार-बार एक बात कर रहा हूं की मदद कर सकता है|यानी कि स्टडीज कहती है तो इसका मतलब यह नहीं है की सारी बदमाशियां करते रहें तो अश्वगंधा आपको बचा लेगी नहीं है यह धोखा करना हो जाएगा |याद है कि अश्वगंधा की बात हो रही है यहां पर क्या अश्वगंधा क्या कर सकता है हम यह नहीं कह रहे की कोई आदमी जिंदगी भर गंदा खाना खाते हैं लाइफस्टाइल को सड़ा हुआ रखें और अश्वगंधा  ठीक करदेगा ऐसा नहीं है लाइफस्टाइल को बदलना ही पड़ेगा लेकिन हम दवा भी लेते हैं कोई जड़ी बूटी इस्तेमाल करना शुरू करें तो किसी क्वॉलीफाई डॉक्टर से अवश्य परामर्श लें|यह क्वालिफाइड डॉक्टर अपनी जिंदगी के सालों लगादेते रोग और उपचार को सही से कैसे ठीक किया जाए और कितनी मात्रा में दवाई दी जाए  इसलिए क्या आपकी खिदमत कर सके आपको सही गाइडेंस दे सके|

स्पर्म काउंट

अश्वगंधा आपका स्पर्म काउंट भी बैटर कर देता है हालांकि कर सकता है| आप इसके लिए भी इससे मदद ले सकते हैं

अश्वगंधा किन लोगों नहीं लेना चाहिए 

 अश्वगंधा उन्हें नहीं लेना चाहिए जो प्रेग्नेंट है यह जो दूध पिलारही है जिन मर्दों को कोई हार्मोन की दूसरी बड़ी बीमारी है या उनको हार्मोन सेंसिटिव प्रोस्टेट कैंसर है  य बहुत ज्यादा प्रोस्टेट एनलार्जमेंट है हमारी जो वह गुद जिससे हम बोलते हैं ज्यादा बढ़ जाता है पेट के अंदर तो ऐसी लोगों को अवॉइड करना चाहिए क्योंकि यह क्योंकि आपके टेस्टोस्टेरोन को बूस्ट करता है और इसके साथ-साथ यह मेटाबॉलिक करता है और दूसरे हारमोंस को भी तो जो लोग हार्मोनल प्रॉब्लम से गुजर रहे होते हैं यह हार्मोनल फ्लकचुएशन के फेस से गुजर रहे होते हैं उन्हें यह बीमारी पैदा कर सकता हैया बढ़ा सकता है| तो यह जरूरी है  जानना अगर आप डॉक्टर मिलते है तो आपका डॉक्टर आपकी कंडीशन आपकी प्रवृत्ति आपके टेंपरेचर को देखकर  सही डोज एडवाइस करता है|

अश्वगंधा के side effects 

 Ashwagandha से सामान्यतः कोई साइड इफेक्ट नहीं आता लेकिन कुछ लोग इसके side effect की रिपोर्ट करते हैं| अगर इसे ज्यादा डोज में लेते हैं तो जैसे पेट का अपसेट होना एसिडिटी का होना गैस का बना कुछ इस तरह के साइड इफेक्ट्स आ सकते हैं| अश्वगंधा को लेने से पहले क्वालिफाइड डॉक्टर से मिलना जरूरी है|

डोज

 लेकिन हर आदमी की जरूरत के हिसाब से अश्वगंधा अलग दोष में हर बीमारी में जहां इसकी सपोर्ट ली जा रही है अलग तरह से इसका use किया जाता है|तो इस प्रकार अलग अलग बीमारी मे इसका dose अलग अलग हो सकता है|इसे लेने से पहले अपने डॉक्टर से मिलना बहुत जरूरी है| दूसरी बात एक सवाल यह भी आता है कि कितने टाइम तक इस्तेमाल किया जा सकता है तो मैं यह कहा करता हूं कि आपका डॉक्टर डिसाइड करेगा जर्नली 3 महीने से लेकर 6 महीने तक इसे use किया जा सकता है अपने डॉक्टर के सुपरविजन में ही लें|बेस्ट टाइम कौन सा हो सकता है किस बीमारी में किस जगह कैसे लेना यह आपका डॉक्टर बताता है|

उपयोग 

 लेकिन आमतौर पर  अश्वगंधा के पाउडर को या कैप्सूल को  एक कप फीके दूध के साथ अगर आप दूध टॉलरेट कर लेते हैं वह मिल जाता है| मार्केट में कभी -कभी 100 मिलीग्राम के कैप्सूल होते हैं कभी ढाई सौ मिलीग्राम के होते हैं तो इसे खाली पेट एडवाइस किया जाता है लेकिन यह बदल सकता है हर किसी के सिचुएशन तो यह मैं समझता हूं कि अश्वगंधा के बारे में जो एक जनरल ओवरव्यू हो सकता था वह मैंने आपको दियाहै |

Conclusion 

अगर आप अश्वगंधा का उपयोग करना चाहते है अपने तो डॉक्टर से परामर्श लेना आवश्यक है क्योंकि सही डोज और आप की बीमारी को देख कर आपको बताएंगे कि लेना है या नहीं और कितना लेना है| क्योंकि सही समय पर इलाज आपकी हेल्थ को बनाए रखना है और आपके पैसे भी बचाता है स्वस्थ रहने के लिए डेली व्यायाम तथा अच्छा खाना अवश्य खाएं|

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